एहसास ऐ बूँद तो चंद ख़ास मिजाजों को होता है
यूँ तो लोग सिर्फ भीग लिया करतें हैं
यूँ तो लोग सिर्फ भीग लिया करतें हैं
दीदार ऐ मेहबूब वो क्या करेंगे जो दिल से नहीं
आँखों से उन्हें देख लिया करतें हैं
आँखों से उन्हें देख लिया करतें हैं
खुदा ने दिखाई राहें मोहोब्बत मगर इंसां है हासिल की तलाश में
बदनाम है इश्क़ और लोग है मोहोब्बत के कातिल की तलाश में
गर न मिले मेहबूब तो लोग इंतकाम की राह चल दिया करतें हैं
बदनाम है इश्क़ और लोग है मोहोब्बत के कातिल की तलाश में
गर न मिले मेहबूब तो लोग इंतकाम की राह चल दिया करतें हैं
एहसास ऐ बूँद तो चंद ख़ास मिजाजों को होता है
यूँ तो लोग सिर्फ भीग लिया करतें हैं
यूँ तो लोग सिर्फ भीग लिया करतें हैं
दीदार ऐ मेहबूब वो क्या करेंगे जो दिल से नहीं
आँखों से उन्हें देख लिया करतें हैं
आँखों से उन्हें देख लिया करतें हैं
Written By:- J N Mayyaat