कैसे करूँ में तेरे काबिल खुदको
आदतें बदलूँ तो तेरी शर्तें बदल जातीं हैं
झलक ना सही जवाब ही देदे खत का मेरे
पढ़ने को तुझे मेरी आँखें तरस जातीं हैं
Written By:- J N Mayyaat
आदतें बदलूँ तो तेरी शर्तें बदल जातीं हैं
झलक ना सही जवाब ही देदे खत का मेरे
पढ़ने को तुझे मेरी आँखें तरस जातीं हैं
Written By:- J N Mayyaat