ज़िन्दगी जूनून जुस्तजू जन्नत जंजाल हे
कोई कहता कायनात तो कोई कमाल हे
कैसे करे यकीन के मोहोब्बत मौत से हो
खुदा से ऊपर भी कोई हो क्या मजाल हे
मिटगईं ज़िंदगियाँ दीदार ऐ जन्नत के लिए
क़त्ल होगई इंसानियत इसी बात का मलाल हे
बेवक़ूफ़ बातों में आजातें हैं, जिन्हे खबर ही नहीं
ज़िन्दगी के पल पल में खुदा का ही जमाल है
Written By :- J N Mayyaat
कोई कहता कायनात तो कोई कमाल हे
कैसे करे यकीन के मोहोब्बत मौत से हो
खुदा से ऊपर भी कोई हो क्या मजाल हे
मिटगईं ज़िंदगियाँ दीदार ऐ जन्नत के लिए
क़त्ल होगई इंसानियत इसी बात का मलाल हे
बेवक़ूफ़ बातों में आजातें हैं, जिन्हे खबर ही नहीं
ज़िन्दगी के पल पल में खुदा का ही जमाल है
Written By :- J N Mayyaat