तुम भी जुदा नहीं दुनियां की भीड़ से
दूरियां दिल में लिए मिलते हो करीब से
दूरियां दिल में लिए मिलते हो करीब से
कभी मिलो तो इतना ख़याल तुम रखना
हम फ़कीर होतें हैं कुछ अजीब से
हम फ़कीर होतें हैं कुछ अजीब से
दुआएं उनकी काम बोहोत आतीं हे
जो नज़र आतें हैं कुछ ग़रीब से
जो नज़र आतें हैं कुछ ग़रीब से
चाँद सितारे जुगनू मिलेंगे तुम्हे बोहोत
दोस्त मिलतें हैं बोहोत नसीब से
दोस्त मिलतें हैं बोहोत नसीब से
तुम तो फिर भी दोस्त ही थे माफ़ किया
हम तो दिलसे ही मिलते हैं रकीब से
हम तो दिलसे ही मिलते हैं रकीब से
तुम भी जुदा नहीं दुनियां की भीड़ से
दूरियां दिल में लिए मिलते हो करीब से
दूरियां दिल में लिए मिलते हो करीब से
Written By :- J N Mayyaat